रोते हुए आते हैं सब , हँसता हुआ जो जाएगा ..... वो मुक्कदर का सिकंदर कहलाएगा .....
अमिताभ बच्चन पर फिल्माया यह गीत जब मैंने पहली बार सुना तो महसूस हुआ की महत्वपूर्ण यह नही है की आप कहाँ जन्म ले रहे हैं महत्त्वपूर्ण यह है की जन्म के बाद की जिंदगी आप कैसे जीते हैं ? जिंदगी की धूप - छाँव, ऊँच- नीच के बीच हम कैसे जिंदगी गुजारते हैं ? करवट लेते वक्त में हम अपने आप को कितना सम्हाले रखते हैं और मुसीबतों से बचते हुए कैसे आगे बढ़ते हैं...... ?
यूँ ही मुस्कुराता चल, खुशी के गीत गाता चल
भले ही राह में हो मुश्किलें कितनी, अड़चने कितनी
उसे तू दूर करता चल
यूँ ही मुस्कुराता चल, खुशी के गीत गाता चल ।।
इंसान है तू शैतान न बन
बेईमानों से लड़ता चल, उजियारे पर चलता चल
यूँ ही मुस्कुराता चल, खुशी के गीत गाता चल ।।
देश धर्म पर मीटता चल, सच्चाई के राह पर चल
इक मुकम्मल जहाँ बनाता चल
यूँ ही मुस्कुराता चल, खुशी के गीत गाता चल
यूँ ही मुस्कुराता चल, खुशी के गीत गाता चल ।।
टिप्पणियाँ
bahut achha !