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जनवरी, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
जन्नत यहां है   बर्फ से गुलज़ार जन्नत    बर्फबारी की इन खूबसूरत तस्वीरों को देखकर ही शायद ..   दुनिया का जन्नत कहे जाने वाले कश्मीर पर ..   इतना बेहतरीन नज़्म तैयार हुआ होगा सबसे सुंदर ...   सबसे मनमोहक .. खूबसूरती ऐसी की किसी का भी दिल जीत ले .. जैसे हर चीज करीने से रखी हो .. कोई मिलावट नहीं .. इन सफेद फाहों को देखकर किसी का दिल मचल उठे ..   तभी तो भारी बर्फबारी के बीच सुकून की तलाश में लोग यहां पहुंच जाते हैं .. हर तस्वीर अपने आप में लाजवाब .. जैसे भगवान ने खुद बैठकर धरती के इस स्वर्ग की रचना की हो ..   आसमान से बरसती चांदी सी सफेद बर्फ ... और उसकी आगोश में लिपटी वादी.. जहां तक नजर जा रही है .. हर चीज सफेद है .. बर्फ में डूबी है ..   हरे - भरे पेड़ सफेद हैं ... रंग - बिरंगे मकान सफेद हैं ... छोटी - बड़ी सभी गाड़ियों पर बर्फ ही बर्फ ... नजारा ऐसा है जिसे जितना कैद करना चाहेंगे ... कम की महसूस होगा ... गुलमर्ग की ये हसीन वादियां हैं .. जिसे देखने के बाद आप शायद ही भुला पाएं ... जहां आने के बाद आप इसकी खूबसूरती में खो जाएंगे .. जिसे देखकर आप
नवाज शरीफ की मुश्किल पठानकोट एयरबेस पर हमले के फौरन बाद भारत सरकार ने कड़ा रूख अख्तियार किया था.. हमले के पीछे पाकिस्तान में डेरा जमाए आतंकियों का नाम आते ही खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ से बात की और कड़ी कार्रवाई करने को कहा.. नवाज शरीफ ने भी पीएम मोदी को इस पर कार्रवाई का भरोसा दिया था.. लेकिन ऑपरेशन खत्म होने के पांच दिन बाद भी इस मामले पर कुछ भी ऐसा नहीं हो सका है जिससे पाकिस्तान के वादे पर भरोसा हो सके.. पाकिस्तान ने हमले के जांच के आदेश तो दे दिए हैं.. लेकिन अब तक नतीजा कुछ भी नहीं निकला है.. दरअसल नवाज शरीफ दोहरी मुश्किल में हैं.. और इस बात को समझने के लिए पाकिस्तान के हालात और हमले के बाद वहां बने प्रेशर को समझना होगा.. नवाज शरीफ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से आते हैं.. और इस इलाके में ही उनकी सबसे ज्यादा पकड़ है.. लेकिन दिक्कत ये है कि जैश और लश्कर जैसे आतंकी संगठनों का भी इसी इलाके में सबसे अधिक प्रभाव है.. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के लिए एक बड़ी मुश्किल ये है कि नवजा की पार्टी पीएमएल-एन का बड़ा आधार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हैं
शरीफ ने कितनी शराफत दिखाई ? आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए पाक की जमीन का एक बार और इस्तेमाल होने के सबूतों के बाद पाकिस्तान घिर गया है.. अमेरिका ने भी इस मामले में पाकिस्तान से बात की है और आतंकियों को रोकने और उन्हें पर्दाफाश करने को कहा है.. इस हमले को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बात की है.. पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने भी पाकिस्तान पर दवाब बनाना शुरू कर दिया है.. हमले की तेजी से जांच के लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवजा शरीफ से बात की है.. और हमले के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने को कहा है.. इस बातचीत के बाद नवाज शरीफ ने जॉन केरी को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच जारी है और सच जल्दी ही सामने आ जाएगा.. नवाज शरीफ ने एक बयान जारी कर कहा "पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकवादी हमले के मामले में पाकिस्तान पारदर्शी तरीका अख्तियार करते हुए बेहद तेजी से जांच कर रहा है..  पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्‍तेमाल किसी और देश पर आतंकी हमले के लिए किसी कीमत पर करने नहीं देगा.. दुनिया इस संबंध में ह
पठानकोट हमले की पड़ताल एक खतरनाक साजिश को अंजाम देने के लिए पठानकोट एयरबेस पर आतंकियों ने हमला किया था.. साजिश ऐसी की जिससे पूरा देश दहल उठे.. 6 आतंकियों के एक ग्रुप ने इस पूरे वारदात को अंजाम दिया.. पाकिस्तान से लगे सरहद के पास एक ऐसी खौफनाक वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई..सुरक्षा एजेंसियों को पहले ही इस बात की भनक लग गई थी कि नए साल के मौके पर आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं.. सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के कई कॉल को इंटरसेप्ट किया था .. खुफिया एजेंसियों को मिले कॉल रिकॉर्ड्स में पता चला है कि आतंकी एयरफोर्स स्टेशन पर दो अलग-अलग समूहों में दाखिल हुए। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान में अपने हैण्डलरों से बातचीत की थी.. हम आपको इन आतंकियों के नापाक मंसूबे की जानकारी देंगे.. और बताएंगे कि कैसे इन लोगों ने सिक्योरिटी फोर्सेज को चकमा देने में कामयाब रहे.. लेकिन उसके पहले आपको बता दें कि ये आतंकी कौन हैं और इनका किस संगठन से ताल्लुक है.. अब तक कि मिली जानकारी के मुताबिक ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं और जैश सरगना अजहर मसूद और ISI के इशारे के बाद ही भारत में बड़ी
ऑपरेशन पठानकोट की इनसाइड स्टोरी पठानकोट एयरबेस पर हुआ हमला .. मुंबई के 26/11 हमले की याद दिला रहा है.. उस वक्त भी आतंकी सरहद पार से देश में दाखिल हुए थे.. इस बार भी आतंकी सरहद पार से ही आए हैं.. उस बार भी आतंकी गोलियां बरसा रहे थे.. महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बना रहे थे.. इस बार भी आतंकियों की नजर खास ठिकानों पर थी.. तभी तो पठानकोट एयरबेस को निशाना बनाया गया.. दो जनवरी की सुबह आतंकी रात के अंधेरे में एयरबेस के अंदर दाखिल होने में कामयाब हो गए.. और फिर आतंक का कभी ना भूलने वाला खूनी खेल खेला... आतंकी जितनी बड़ी मात्रा में खाने-पीने का सामान और हथियार लेकर आए थे.. उससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके मंसूबे कैसे थे.. सुरक्षाबलों ने जो सामान बरामद किए हैं उसके मुताबिक 15 दिन तक के लिए खाने-पीने की चीज़ें भी साथ लेकर आए थे.. साथ ही एनर्जी ड्रिंक के भी कई बोतलें मिली हैं.. इन आतंकियों के पास से पाकिस्तानी ब्रैंड के जूते और बाकि सामान भी बरामद हुए हैं.. आतंकियों ने हमले के लिए जबर्दस्त तैयारी की थी.. बहुत बड़ी तादाद में आतंकी अपने साथ गोला-बारूद और हथियार लेकर आए थे.. हर आतंकी के