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पठानकोट हमले की पड़ताल


एक खतरनाक साजिश को अंजाम देने के लिए पठानकोट एयरबेस पर आतंकियों ने हमला किया था.. साजिश ऐसी की जिससे पूरा देश दहल उठे.. 6 आतंकियों के एक ग्रुप ने इस पूरे वारदात को अंजाम दिया.. पाकिस्तान से लगे सरहद के पास एक ऐसी खौफनाक वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई..सुरक्षा एजेंसियों को पहले ही इस बात की भनक लग गई थी कि नए साल के मौके पर आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं..

सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों के कई कॉल को इंटरसेप्ट किया था .. खुफिया एजेंसियों को मिले कॉल रिकॉर्ड्स में पता चला है कि आतंकी एयरफोर्स स्टेशन पर दो अलग-अलग समूहों में दाखिल हुए। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान में अपने हैण्डलरों से बातचीत की थी..
हम आपको इन आतंकियों के नापाक मंसूबे की जानकारी देंगे.. और बताएंगे कि कैसे इन लोगों ने सिक्योरिटी फोर्सेज को चकमा देने में कामयाब रहे.. लेकिन उसके पहले आपको बता दें कि ये आतंकी कौन हैं और इनका किस संगठन से ताल्लुक है.. अब तक कि मिली जानकारी के मुताबिक ये आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं और जैश सरगना अजहर मसूद और ISI के इशारे के बाद ही भारत में बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए ही देश में घुसपैठ की थी

जानकारी के मुताबिक इन आतंकियों को हमले के लिए खास ट्रेनिंग दी गई थी.. पता चला है कि     vis gfx  एयरबेस पर हमले से पहले इन आतंकियों ने हमले का मॉक ड्रिल किया था.. पाकिस्तान के चकलाला, रावलपिंडी और बहवालपुर में इन आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई थी.. दो आतंकियों को पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर खास और कड़ी ट्रेनिंग दी गई.. यहीं इन आतंकियों को सुरक्षा एजेंसियों से बचने और एयरबेस में घुसने का फूल प्रूफ प्लान बताया गया था..
इन आतंकियों को एक बात की और खास जानकारी दी गई थी कि किसी भी सूरत में गिरफ्तार ना हों.. और अगर ऐसा मौका आ जाए तो सुरक्षाबलों से बचने के लिए खुद उड़ा देने की ट्रेनिंग दी गई थी.. इन आतंकियों को कमांडो ट्रेनिंग मिली हुई थी.. मुंबई में आतंकी हमलों को जिन आतंकियों ने अंजाम दिया था उसके मुकाबले ये आतंकी ज्यादा ट्रेंड और घातक हथियारों को चलाने में सक्षम हैं..
जिस मात्रा में ये आतंकी हथियार और गोला-बारूद लेकर एयरबेस में घुसे थे उससे इनके खतरनाक मंसूबे का साफ पता चलता है.. एयरबेस में बड़े-बड़े जंगी जहाज थे.. अगर आतंकी इन लड़ाकू विमानों तक पहुंचने में कामयाब हो जाते तो देश को जबर्दस्त नुकसान पहुंचा सकते थे

जानकारी के मुताबिक हमले के लिए कुल 12 आतंकियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई थी.. हमले के लिए इन आतंकियों को चार ग्रुप में बांटा गया था.. हर ग्रुप में 3-3 आतंकियों को रखा गया था.. इन्हीं में से दो ग्रुप बार्डर पार कर भारतीय सीमा में दाखिल होने में कामयाब रहे और फिर एयरबेस पर हमला बोला

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