जासूसी के जाल में कौन-कौन ?
मंत्रालय में जासूसी कांड के लिए आज का दिन बेहद खास है.. आज भी कई लोगों पर इस मामले की गाज गिर सकती है.. पुलिस जांच में कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं.. पुलिस के हाथ कई ऐसे अहम दस्तावेज लगे हैं..जो पीएमओ पहुंचने से पहले ही जासूस के हाथ में पहुंच गए..कई दस्तावेदज संसद में पहुंचने से पहले ही लीक हो गये हैं.. क्राइम ब्रांच की टीम ने आज रिलांयस, केयर्न्स इंडिया, एस्सार, एडीएजी और जुबिलेंट एनर्जी के पांच सीनियर अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया है.. इससे पहले इन कंपनियों के पांच मिड लेवल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.. गिरफ्तारी के बाद इन अधिकारियों ने पूछताछ में पुलिस को ये बताया था कि वो जासूसों से ली गई जानकारी को अपने सीनियर अधिकारी को देते थे..
मामले में गिरफ्तार दो कंसल्टेंट और पांच कंपनियों के मिड लेवल अधिकारियों के बयान के बाद पुलिस ने कई ठिकानों पर छापे मारे हैं.. इन छापों में पुलिस को 3500 सरकारी डॉक्यूमेंट्स हाथ लगे हैं.. जिनमें से कई कागजात राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हैं. पुलिस इन सीनियर अधिकारियों से इस बारे में सवाल कर सकती है.. साथ ही पुलिस ये जानना चाहती है कि कंपनियों में किसने सरकारी डॉक्यूमेंट्स खरीदने की इजाजत दी.. सीनियर मैनेजमेंट में किसे इसकी जानकारी थी.. इसके लिए मिड लेवल अधिकारियों को कितनी रकम दी गई थी.. और कंपनियां कब से इस काम में जुटी थी..
जानकारी के मुताबिक आज भी पुलिस कुछ लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर सकती है.. इस मामले में पेट्रोलियम मंत्रालय के गिरफ्तार चपरासी ने पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां दी है.. जांच एजेंसी ने ये साफ किया है कि गिरफ्तार चपरासी जासूसी करने वाले दूसरे ग्रुप से जुड़ा हुआ था..माना जा रहा है कि इस मामले में कुछ और कंपनियों के नाम सामने आ सकते हैं.. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक बार फिर ये साफ किया है कि जांच पूरी निष्पक्षता से होगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी..
जासूसी मामले में हुए खुलासे के बाद सरकार ने तमाम मंत्रालयों के सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है.. सरकार गृह, रक्षा,वित्त, टेलीकॉम, ऊर्जा, कोल और पेट्रोलियम समते तमाम अहम मंत्रालयों में सुरक्षा और सख्त करने जा रही है.. और अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर जारी करने पर विचार कर रही है.. इन मंत्रालयों में बड़ी तादाद पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.. ऑफिस आवर के बाद मंत्रालय में एंट्री पर बैन का सख्ती से पालन किया जाएगा.. केवल अधिकृत सीनियर अधिकारियों को ही एंट्री की इजाजत होगी..बाबुओं को ऑफिस से निकलते समय फाइलों को अलमारी में रखने की सख्त हिदायत होगी..जासूसी कांड के बाद सरकार सतर्क है और हर वो कोशिश में जुटी है कि आगे से इस तरह की घटनाओं को रोक जा सके.. माना जा रहा है कि जांच के नतीजे सामने आने के बाद कई बड़े लोग पर्दाफाश हो सकते हैं..
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