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पेरिस हमलों से कैसे निपटेंगे ?  पेरिस बम धमाकों से थर्रा उठा है.. इस हमले डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जानें गई हैं.. इन हमलों ने एक बार फिर से दुनिया के सामने ISIS जैसे आतंकी संगठनों का डर दिखाया है.. बीते सालों में फ्रांस में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है.. इस साल ही अबतक 8 आतंकी वारदातों को अंजाम दिया गया है.. शायद ही कोई महीना ऐसा गुजरा है जब फ्रांस के सरजमीं पर आतंक का दहशत ना दिखा हो.. दरअसल इराक और सीरिया में लड़ रही आतंकी संगठन isis में बड़ी संख्या में यूरोपियन देशों के लोग शामिल हैं.. इनमें से सबसे बड़ी संख्या में फ्रांस के ही रहने वाले लोग हैं.. एक रिपोर्ट के मुताबिक अकेले फ्रांस से ही सात सौ लोगों ने ISIS ज्वाइन किया है..  शायद यही वजह है कि फ्रांस ने ही सबसे ज्यादा is के हमलों को भी झेला है फ्रांस के हमले की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है . भारत.. अमेरिका.. ब्रिटेन और रूस समेत दुनिया के तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने पेरिस हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है.. और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है.. इन आतंकी हमलों के बाद दुनिया के तमाम देश एक बार फिर से आतंकव
पेरिस पर आतंकी हमला -  सीरिया पर हमले का जवाब ? दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में शुमार पेरिस उस वक्त बदरंग हो गया जब पेरिस के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ.. इस आतंकी हमले क निशाने पर फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भी थे.. हालांकि वो इस कायराना हमले में बच गए..लेकिन अपने सैंकड़ो नागरिकों को वो नहीं बचा पाए.. "  मैंने उनकी बातों को ध्यान से सुना.. वो कह रहे थे.. ये ओलांद की गलती है.. ये तुम्हारे राष्ट्रपति की गलती है.. उन्हें सीरिया के मामले में दखल नहीं देना चाहिए था.. वो इराक के बारे में भी कह रहे थे" तो क्या ये हमला वाकई सीरिया और इराक में is आतंकियों पर हुए हमले के खिलाफ में किया गया .. तो क्या is के आतंकियों ने फ्रांस की सरकार से सीरिया में हुए हमलों का बदला लिया है.. ISIS ने इन हमलों की जिम्मेदारी लेकर फ्रांस सरकार को खुला चैलेंज किया है.. ISIS के चंद आतंकियों ने पूरे शहर के अमन चैन को बर्बाद कर दिया और मौत का ऐसा खेल खेला जिससे पूरी दुनिया हैरान रह गई.. ISIS ने ये साफ कर दिया है कि ये सीरिया पर फ्रांस द्वारा किए गए हमले का जवाब है.. दरअसल इस साल फ्र
  NDA is Winning Bihar  NDA is leading    The National Democratic Alliance (NDA), according to punters, has edged past the Grand Alliance after the fourth phase of polling. Before the fifth and final phase of polling in Bihar on November 5, the punters hold that NDA, as of now, is likely to secure a maximum of 126 seats, with BJP scoring 96. The satta market may do a final assessment after the last lap. The Grand Alliance is expected to bag not more than 110 seats, with Nitish's Janata Dal (United) securing a maximum of 55 seats and Lalu Prasad's RJD 44. The Congress may finally touch the double-digit mark as the satta market, which had so far reduced the party to a difficultto-achieve seven seats, now holds that it (Congress) might end up achieving around 11 seats. It might be mentioned here that immediately after the voting for the fourth phase concluded, the NDA 's stock rose significantly , as the market expected it to get 136 seat
मोदी की कविता  मुझे किसी को मापना नहीं है        मुझे किसी को मापना नहीं है मुझे अपनी श्रेष्ठता सिद्ध नहीं करनी है। मुझे तो नीर-क्षीर के विवेक को ही पाना है। मेरी समर्पण-यात्रा के लिए यह सब जरूरी है। इसीलिए इस शक्ति के उपासना का केंद्र स्व का सुख नहीं बनाना है। मां.. तू ही मुझे शक्ति दे- जिससे मैं किसी के भी साथ अन्याय न कर बैठूं, परंतु मुझे अन्याय सहन करने की शक्ति प्रदान कर। (साक्षी भाव से) नरेंद्र मोदी
 मोदी की कविता  मां.. मुझे कुछ भी मांगना नहीं है       मां.. यह याचना नहीं, मुझे कुछ भी मांगना नहीं है। मुझे तो इस जगत को जोड़ने वाली अप्रतिम प्रेम-सृष्टि 'स्व' के साथ नहीं त्वम के साथ सर्जन पाती है त्वम के साथ ही विलीन हो जाती है और इसीलिए  प्राप्त करना है ये भाव-जगत। मां.. मुझे शंका-कुशंका आशा-निराशा भय-चिंता सफलता-असफलता, पाना या खो देना आदि सर्व भावों से मुक्त कर । मां.. मुक्त कर । (साक्षी भाव से) नरेंद्र मोदी
मोदी की कविता   कैसे कठिन पल होते हैं ?         भूखे-सूखे खेत हों, धरा ताप से तपी हो, कितने-कितनों के आशा-अरमान के अंकुर फूटते हैं। आंखों में छोटे-छोटे स्वप्नों की लहरें हिलोरें लेने लगती हैं। परंतु अचानक ही पवन के एक झोंके से ये बादल बरसे बिना ही बिखर जाएं- तब ? अरे रे ! कैसे कठिन पल होते हैं ?  (साक्षी भाव से) नरेंद्र मोदी
मोदी की कविता मां.. मुझे शक्ति दे        मां, क्या कल सुबह का सूरज भी ऐसा ही उदित होगा ? अभी तो ऐसा ही लग रहा है अब कल के सूरज के उदित होने का समय ही कहां शेष है ! पल- दो पल में उदित हो जाएगा ! तो यह सूरज भी आज की पार्श्वभूमि में ही होगा क्या ? मां ! शब्द, भावना- सबकुछ अभी तो सुन्न बन बैठा हूं। मां, तू ही मुझे शक्ति दे- जिससे मैं किसी के साथ अन्याय न कर बैठूं, परंतु मुझे अन्याय सहन करने की शक्ति प्रदान कर। मां, देख न एक याचक की तरह रोज तेरे सामने याचना ही करता रहता हूं तू ही दात्री है, तू ही धात्री है, इसका विश्वास है।   (साक्षी भाव से) नरेंद्र मोदी
मोदी की कविता सपनों का खंडहर        सुबह का सूरज कुछ-न-कुछ भनक लेकर आता है परंतु आज का सूरज कुछ धुंधला कुछ बेचैन करनेवाला कोई चिंता पैदा करने वाला नहीं पता, मेरे स्वंय का कुछ लूटा जा रहा है ऐसे मिश्र भावों के साथ सूरज मेरे आस-पास घूमता रहता है मन और मेरे मध्य अद्वैत का सेतु क्यों सर्जन नहीं कर पाता है देखो कभी मैं यहां तो मन वहां कभी मन यहां तो मैं कहीं और, पल-दो पल में योजनों दूर यह मन कैसी छलांग मार चला जाता है ! (साक्षी भाव से) नरेंद्र मोदी 
मोदी की कविता  जीवन का अधिष्ठान      इतना जानने के बाद भी किसलिए निरपेक्ष भाव जीवन का अधिष्ठान नहीं बनता है? किसलिए जीवन कामनाओं से परे नहीं बनता ? जीवन कहीं स्वप्नों का चिरंतन स्मारक बन नवजीवन को गति और मति दोनों ही देता है, तो कहीं जीवन स्वप्नों का खंडहर बन आह और आंसू से छलकता है। इसीलिए तो निरपेक्ष भावपूर्ण जीवन की कामना करता हूं, याचना करता हूं! नरेंद्र मोदी 
एसीबी चीफ की जासूसी  भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए एंटी करप्शन ब्यूरो का गठन किया गया था.. दावा है कि इससे दिल्ली में करप्शन पर रोक लगेगी..  लेकिन एंटी करप्शन के ब्यूरो के चीफ के ऑफिस में ही जासूसी उपकरण मिले हैं.. पेन के जैसा दिखने वाला ये जासूसी उपकरण एंटी करप्शन ब्यूरो के चीफ एमके मीणा के उस टेबल पर मिला है जिस पर वो रोज के काम को किया करते हैं..   पेन के जैसा दिखने वाला जासूसी उपकरण पेन के एक बॉक्स में था.. और वो बॉक्स एम के मीणा के टेबल पर रखा था.. मीणा हमेशा की तरह काम कर रहे थे.. तभी उनकी नजर पेन के बॉक्स पर पड़ी.. और फिर जो दिखा उसने मीणा को भी हिला कर रख दिया..   जानकारी के मुताबिक एसीबी चीफ एम के मीणा रोज की तरह अपने दफ्तर में काम कर रहे थे.. तभी उनकी नजर टेबल पर रखी एक पेन के बॉक्स पर गयी.. उस बॉक्स में कई पेन थे.. मीणा एक- एक कर बॉक्स में से पेन निकालने लगे.. तभी उनकी नजर एक ऐसे पेन पर गयी जिसे देखते ही वो हैरान रह गए.. दरअसल पेन की तरह दिखने वाला ये एक जासूसी उपकरण था.. इस पेन में एक माइक लगी थी.. एक ऐसी मशीन जिसके जरिए दूर बैठा शख्स भी बड़ी आसानी से कमरे में हो रही ब
 दिल्ली में मकान खरीदना होगा महंगा  दिल्ली में अब मकान खरीदना और भी महंगा हो सकता है.. केजरीवाल सरकार जल्द ही सर्कल रेट में इजाफा कर सकती है..  सरकार ने सर्कल रेट 100 से 150 फीसदी तक बढ़ाने का मन बनाया है.. फ्लैट और ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में सर्कल रेट सौ फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है ..यानी अब मकान की कीमत जल्द ही दोगुने तक बढ़ने वाली है.. दिल्ली सरकार का राजस्व विभाग इस प्रपोजल पर काम कर रहा है.. फ्लैटों के कीमत के साथ सरकार ने खेती की जमीन और फार्म हाउस के भी सर्कल रेट बढ़ाने का फैसला किया है.. सरकार ने खेती की जमीन पर सर्कल रेट 100 फीसदी और फार्म हाउस की जमीन पर 150 फीसदी सर्कल रेट बढ़ाने का मन बनाया है.. अगर राजस्व विभाग का ये प्रोजल स्वीकार कर लिया जाता है तो इसे जल्दी ही दिल्ली सरकार के कैबिनेट को भेजा जएगा सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी        घर/ज़मीन                         मौजूदा                         प्रस्तावित फ्लैट         ---                 न्यूनतम 27 हज़ार / स्कॉ.मी.            न्यूनतम 58 हज़ार / स्कॉ.मी. खेती की जमीन                 53 लाख/एकड़         ---  
मोदी के 'महात्मा'  मोदी का 'गांधी दर्शन'   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों में महात्मा गांधी हैं.. उनके इरादों में गांधी की झलक दिखती है...देश हो या विदेश पीएम मोदी जहां भी जाते हैं वो गांधी जी का जिक्र जरूर करते हैं.. विदेशी जमीन पर कई ऐसे मौके देखने को मिले हैं.. जब मोदी ने राष्ट्रपिता को याद किया.. उन्हें नमन किया है..  अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी से मॉरीशल हर जगह मोदी महात्मा गांधी का अनुसरण करते दिकते हैं.. दुनिया को गांधी का संदेश देते हैं.. बीते साल सितंबर महीने में अमेरिका दौरे पर गए पीएम मोदी ने वहां भी महात्मा गांधी को याद किया.. उन्हें श्रद्धांजलि दी..  वाशिंगटन डीसी के महात्मा गांधी मेमोरियल पर जब नरेंद्र मोदी पहुंचे तो लोगों का अभिवादन करते हुए महात्मा गांधी की मूर्ति तक गए.. सबसे पहले अपने जूते उतारे..गांधी की प्रतिमा पर फूल चढा़ए और उन्हें नमन किया... नरेंद्र मोदी का विजन है कि 2019 में जब बापू की एक सौ पचासवीं जयंति मनाई जाए तो पूरा देश साफ सुथरा नजर आए... और उन्होंने इसका जिक्र उन्होंने अमेरिका के मेडिसन स्कवॉयर में भी किया था .
 नेताजी का 'इंदिरा कनेक्शन' इंदिरा गांधी के कहने पर गायब हुई नेताजी से जुड़ी फाइलें ! नेताजी सुभाषचंद्र बोस का रहस्य गहराता जा रहा है ... पहले इस बात की खबर आई कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवहार लाल नेहरू ने नेताजी की जासूसी करवाई..  फिर पता चला कि नेताजी की जासूसी की जानकारी ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI-5 से भी साझा की जाती थी.. अब एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है.. पता चला है कि नेताजी की मौत के रहस्य से जुड़ी कुछ फाइलों को आज से 43 साल पहले ही नष्ट कर दिया गया था.. उस समय पंडित नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थी..   आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिकइंदिरा गांधी के कार्यकाल में नेताजी की मौत के रहस्य से जुड़ी कुछ फाइलों को नस्ट कर दिया गया.. आरटीआई mission netaji संगठन की ओर से दायर की गई थी.. और इसका जवाब पीएमओ की ओर से दिया गया है.. आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक फाइल को नष्ट करने की घटना 1972 की है और उस वक्त इंदिरा गांधी पीएम थीं..  कहा जा रहा है कि कुछ फाइलों को नष्ट करने का आदेश सीधे पीएमओ से आया था.. नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मौत का रहस
फसल को नुकसान  कैसे जिएगा किसान ? बेमौसम बरसता ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है.. कई राज्यों में हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं.. इस महीने हुई बारिश ने ना केवल सौ साल का रिकॉर्ड तोड़ा बल्कि इसने किसानों की उम्मीदें भी तोड़ दी.. कुछ दिन पहले जिन खेतों में फसलें लहलहा रही थी.. आज उन्हीं खेतों में फसलें बर्बाद हो रही हैं.. भारी बारिश के साथ चली तेज हवाओं ने खेतों में खड़ी सभी फसलों को तबाह कर दिया है.. बारिश का सबसे ज्यादा असर 6 राज्यों हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में हुआ है..   हरियाणा में बारिश ने 38 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है..  यहां 16 सौ करोड़ रुपये की नुकासान की आशंका है.. खेतों में लगी गेहूं, सरसों और जौ की फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा हैं..  यही हाल पंजाब का भी है.. यहां 3 हजार करोड़ का नुकसान तो केवल गेहूं में हुआ है.. जबकि 50 फिसदी आलू का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है.. राजस्थान में भी बारिश ने भारी तबाही मचाई है..  गेहूं, चना, सरसों और जौ की  फसलों को नुकसान पहुंचा हैं.. मध्य प्रदेश में भी ओला वृष्टी के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है.
नहीं सुधरेगा पाकिस्तान अलगाववादियों से फिर करेगा बात पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत से टकराव का रास्ता खोल दिया है.. पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीरी अलगाववादियों से बात करेगा... कल यानि 23 मार्च को हुर्रियत कॉन्फ्रेंस समेत कश्मीर के सभी सेपरेटिस्ट लीडर्स को दिल्ली में पाकिस्तान हाईकमीशन आने का न्योता दिया गया है.. इस खास दावत प्रोग्राम में शिरकत करने के लिए कश्मीर के कई अलगाववादी नेता दिल्ली पहुंच गये हैं.. भारत के विरोध के बावजुद पाकिस्तान ये कदम उठा रहा है और इसमें उसे कुछ गलत नहीं नजर आ रहा है.. एक ओर वो अलगाववादियों से बात कर रहा है वहीं दूसरी ओर वो भारत के साथ दोस्ती की बात कर रहा है.. दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग अबदुल बासित कहते हैं कि ये पहली दफा नहीं हो रही है, बहुत पहले से होता आया है, कई सालों से हो रहा है, कोई नया इशू नहीं है, पहले भारत सरकार ने एतराज नहीं किया, चल रही है चलने दीजिए...कश्मीरी स्टेकहोल्डर हैं, और बहुत ईशूज हैं उनको हल कीजिए प्रधानमंत्री मोदी चाहतेहैं कि आगे बढ़े तो हम तो इसी कंस्ट्रक्टिव...के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं हम कोई ऐसी बात नहीं करना चाहते जिस
 एन श्रीनिवासन क्या देंगे जवाब ? बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन आज सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे.. सुप्रीम कोर्ट ने उनसे आज जवाब मांगा है.. दरअसल एन श्रीनिवासन ने 8 फरवरी को बीसीसीआई की वर्किंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की थी.. कोर्ट इस मसले पर श्रीनिवासन से नाराज है.. सुप्रीम कोर्ट ने श्रीनिवासन से पूछा है कि जब उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं तो वो बैठक की अध्यक्षता कैसे कर सकते हैं ? श्रीनिवासन को कोर्ट के आदेशों की भावनाओं को समझना चाहिए..  खेल के लिए उन्होंने कुछ भी किया हो, लेकिन कोर्ट के आदेश में उनकी भूमिका अस्थिर है.. दअरसल क्रिकेट ऐसासिएशन ऑफ बिहार ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अवमानना की याचिका दाखिल की थी.. श्रीनिवास पर आरोप लगाया था कि बैठक की अध्यक्षता कर उन्होंने अदालत की अवमानना की है..
 कैसे बचेंगे सलमान खान ? सलमान खान पर कुल चार मामले चल रहे हैं। दो मामलों में फैसला सुनाया जा चुका है। एक मामले में सलामन को 1 साल की सजा हुई जबकि दूसरे मामले में सीजीएम कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई है। सलमान खान पर पहला केस भवाद में हिरण का शिकार मामले का है। सलमान पुलिस और न्यायिक हिरासत में 18 दिन जोधपुर जेल में बिता चुके हैं। सलमान को वन विभाग ने 12 अक्टूबर 1998 को हिरासत में लिया था। 17 अक्टूबर 1998 तक सलमान जेल में रहे। घोड़ा फार्म मामले में 10 अप्रैल 2006 को 5 साल की सजा हुई इस मामले में सलमान 6 दिन जेल में रहे। सेशन कोर्ट ने सजा की पुष्टि की तब 26 से 31 अगस्त 2007 तक जेल में रहे। 27 सितंबर 1998 की रात जोधपुर से सटे भवाद गांव में हिरण के शिकार का आरोप है।17 फरवरी 2006 को सीजीएम कोर्ट ने 1 साल की सजा सुनाई थी । फिलहाल मामला हाईकोर्ट में लंबित है । सलमान खान पर दूसरा केस घोड़ा फार्म में हिरण के शिकार    का है । सलमान पर 28 सितंबर 1998 की रात घोड़ा फार्म के पास दो हिरणों के शिकार का आरोप है । इस मामले में 10 अप्रैल 2006 को सीजीएम कोर्ट ने 5 साल की सजा सुनाई । लेकिन राजस्
सलमान पर आर्म्स एक्ट का मुकदमा    सलमान खान पर आर्म्स एक्ट के उल्लंघन का है आरोप....सलमान पर दो ब्लैकबक्स के शिकार करने का आरोप है....सलमान पर बिना लाइसेंस के हथियार रखने का आरोप है.... और इन सारे आरोपों की दलील पर आज राजस्थान के जोधपुर की कोर्ट में सलमान ख़ान की पेशी है....इन मामलों पर आज फैसला आना है.. 16 साल पहले 1998 के इस मामले में सलमान समेत 16 गवाहों के बयान दर्ज किये गये हैं.. क्या है ये मामला ? 1998 में फिल्म हम साथ-साथ है की शूटिंग के दौरान सलमान के खिलाफ जोधपुर के लूणी थाने में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दायर किया गया था.. आरोप था कि सलमान खान ने 1-2 अक्टूबर की रात कांकाणी इलाके में काले हिरणों का शिकार किया था.. बाद में जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि शिकार के लिए .32 बोर के रिवॉल्वर और .22 बोर के राइफल का प्रयोग किया गया था.. साथ ही दोनों हथियारों के लाइसेंस की समय सीमा खत्म हो चुकी थी ..यानि हथियारों का लाइसेंस रिन्यू नहीं किया गया था.. इस कारण सलमान पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दायर किया गया था..  सलमान खान के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 3/25 और 27 के तहत मा
किसानों की ज़मीन कहीं बीजेपी की जमीन ना खिस्का दे भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर टीएमसी सांसदों मे संसद शुरू होने से ठीक पहले जबर्दस्त विरोध किया.. टीएमसी सांसद संसद की सीढ़ियों के पास खड़े हो गये और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे..उन्क हाथों में बिल के विरोध को लेकर तख्तियां थीं और सभी सांसदों ने किसानों के प्रतिक के रूप में हरे रंग का कपड़ा पहन रखा था. अध्यादेश पर क्यों है तकरार   यूपीए का कानून---          निजी प्रोजेक्ट के लिए 80% जबकि पीपीपी के लिए 70% लोगों की सहमति जरूरी एनडीए का अध्यादेश--          रक्षा उत्पादन, ग्रामीण इन्फ्रा, औद्योगिक कॉरिडोर के लिए किसी की सहमति जरूरी नहीं यूपीए का कानून---          सोशल इंपैक्ट देखना जरूरी एनडीए का अध्यादेश--          सोशल इंपैक्ट का प्रावधान नहीं हैं यूपीए का कानून---          खेती की जमीन लेने पर रोक एनडीए का अध्यादेश--          खेतीहर जमीन भी ले सकेंगे यूपीए का कानून---          किसान को अधिग्रहाण के किलाफ कोर्ट जाने का हक एनडीए का अध्यादेश--          कोर्ट जाने का हक नहीं, किसान को नोटिस अमान्य यूपीए का कानून---        
जासूसी के जाल में कौन-कौन ? मंत्रालय में जासूसी कांड के लिए आज का दिन बेहद खास है.. आज भी कई लोगों पर इस मामले की गाज गिर सकती है.. पुलिस जांच में कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं.. पुलिस के हाथ कई ऐसे अहम दस्तावेज लगे हैं..जो पीएमओ पहुंचने से पहले ही जासूस के हाथ में पहुंच गए..कई दस्तावेदज संसद में पहुंचने से पहले ही लीक हो गये हैं..    क्राइम ब्रांच की टीम ने आज रिलांयस,  केयर्न्स इंडिया, एस्सार, एडीएजी और जुबिलेंट एनर्जी के पांच सीनियर अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया है.. इससे पहले इन कंपनियों के पांच मिड लेवल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.. गिरफ्तारी के बाद इन अधिकारियों ने पूछताछ में पुलिस को ये बताया था कि वो जासूसों से ली गई जानकारी को अपने सीनियर अधिकारी को देते थे.. मामले में गिरफ्तार दो कंसल्टेंट और पांच कंपनियों के मिड लेवल अधिकारियों के बयान के बाद पुलिस ने कई ठिकानों पर छापे मारे हैं.. इन छापों में पुलिस को 3500 सरकारी डॉक्यूमेंट्स हाथ लगे हैं.. जिनमें से कई कागजात राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हैं. पुलिस इन सीनियर अधिकारियों से इस बारे में सवाल कर सकती है.
पेट्रोगेट कांड का कैसे हुआ खुलासा ? पेट्रोलियम मंत्रालय में हुई जासूसी सिंडिकेट की ये चंद तस्वीरें हैं..  ये वो तस्वीरें हैं जिसने शास्त्री भवन में जासूसी की घटना को अंजाम दिया है.. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है.. कई चेहरों का पर्दाफाश हुआ है.. और कई चेहरे अब भी शक के दायरे में हैं..यानि जल्द ही पुलिस कुछ और चेहरों को बेनकाब कर सकती है..इन चेहरों में कॉरपोरेट अधिकारी से लेकर पत्रकार और मंत्रालय के कई चेहरे शामिल हैं.. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले को सुलझाने में जुटी है.. .. हर दिन नए खुलासे और नई गिरफ्तारियां हो रही हैं..मंत्रालयों में हो रही जासूसी की घटना से सुरक्षा एजेंसियों के साथ हर कोई हैरान है.. मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव में भी भ्रष्टाचार से दूर रहने का ऐलान किया था.. सरकार की इसी सजगता का नतीजा है कि सरकार ने मंत्रालयों में हो रही जासूसी का पर्दाफाश किया.. सरकार ने साफ कर दिया है कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा.. और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी हम आपको बता दें कि जासूसी के इस राज से पर्दा एक दिन में नहीं उ
8 हजार की तनख्वाह पाने वाले को मिला 1.5 लाख का तनख्वाह -- पेट्रोगेट कांड कब सुलझेगा ?-- पेट्रोलियम मंत्रालय में जासूसी की खबरों ने कईयों को हैरान किया है.. जासूस जिस तरह से इन कामों को अंजाम दे रहे थे.. उसके पीछे एक बड़े सिंडिकेट का खुलासा हुआ है.. जिसमें कई कंपनियों के बड़े अधिकारी शामिल हैं.. मामला धीरे-धीरे हाई प्रोफाइल और बंहद संगीन बनता दिख रहा है.. पुलिस की मानें तो ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा दिख रहा है.. शनिवार को पुलिस ने कोर्ट में बड़ा खुलासा किया है.. पुलिस ने अदालत में ये बताया है कि पकड़े गये 5 कंपनियों के 5 बड़े अधिकारियों के पास से कई अहम दस्तावेज मिले हैं.. और ये दस्तावेज राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हैं.. ज़ब्त किए गये दस्तावेजों के आधार पर पुलिस इन लोगों के खिलाफ गोपनीयता कानून के तहत मुकदमा चलाना चाहती है.. जासूसी मामले में पकड़े गये 5 अधिकारियों में से एक जुबिलेंट एनर्जी के सीनियर एक्जीक्यूटिव सुभाष चंद्रा भी है.. सुभाष चंद्रा  2011 तक पेट्रोलियम मंत्रालय में टाइपिस्ट का काम करता था.लेकिन चंद्रा ने 2011 में नौकरी छोड़ दी.. और अगले साल जुबिलेंट एनर्जी म